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तीसरे दिन मिला किशोर साहिल का शव, देखने को उमड़ी भीड़

 

News24Bihar:

तरैया, सारण। थाना क्षेत्र के नेवारी गोविंदापुर नदी घाट पर सोमवार को नदी में स्नान करने के दौरान डूब जाने से असामयिक काल के गाल में समा गए साहिल का शव बुधवार की सुबह घटनास्थल से लगभग दो किलोमीटर दूर अफजलपुर नदी पुल के समीप झाड़ी नुमा पेड़ में फंसा हुआ पाया गया। साहिल का शव मिलने की सूचना पर नेवारी गांव सहित आसपास के गांव के सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। तीन दिन बाद शव मिलने से उसमें से दुर्गंध आ रहा था। बावजूद इसके लोग उसका एक झलक पाने के लिए बेताब थे। जानकारी के अनुसार मृतक साहिल के पिता मंगलवार की रात्रि पंजाब से घर पहुंचे और बुधवार की सुबह दो-तीन लोगों के साथ नदी किनारे शव खोजने के लिए निकल पड़े। नदी किनारे खोजते खोजते वे लोग अफजलपुर पहुंचे। जहां झाड़ी नुमा पेड़ में शव फंसा हुआ दिखाई दिया। आसपास के ग्रामीणों की मदद से शव को खींचकर किनारे लाया गया। इस बात की सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई और देखते देखते सैकड़ों की संख्या में लोग नदी के दोनों तरफ इकट्ठा हो गए। भागवतपुर पंचायत के मुखिया मुकेश कुमार यादव वहां पहुंचकर तत्काल तरैया थानाध्यक्ष व अंचलाधिकारी को सूचना दिए। तरैया पुलिस मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दी। अंत्यपरीक्षण के बाद पुलिस शव को परिजनों को सौंप दिया। जिसके बाद परिजन बुधवार की संध्या उसका दाह संस्कार कर दिए। बता दें गत सोमवार से मंगलवार संध्या तक एसडीआरएफ की टीम शव को गोविंदापुर घाट से मढ़ौरा तक खोज की थी। परंतु उनके हाथ खाली रहे और वे लोग बैरंग लौट गए थे। स्थानीय मुखिया श्री यादव भी अपने स्तर से स्थानीय गोताखोरों को लगाए थे। बावजूद इसके सभी प्रयास विफल रहे। इसके बाद भी लोगों की उम्मीद बरकरार थी और बुधवार को भी शव खोजने की पूरी योजना बना ली गई थी। 

लेकिन सुबह में साहिल के पिता व अन्य लोग नदी किनारे शव खोजने निकल पड़े जिन्हें झाड़ी में फंसा शव दिख गया। इधर मैकडोनाल्ड उच्चतर माध्यमिक विद्यालय देवरिया में जहां साहिल का नामांकन नौवीं कक्षा में हुआ था के शिक्षकों ने साहिल के मृत आत्मा की शांति के लिए शोक सभा का आयोजन किया। जिसमें उसके आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। प्रधानाध्यापक कपिलदेव राय के द्वारा साहिल के पिता के नाम एक शोक पत्र भेजा गया है जिसमें साहिल के सामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया गया है और कहा गया है कि उसके निधन से पूरा विद्यालय परिवार मर्माहत है। शोक पत्र के माध्यम से कहा गया है कि पूरा विद्यालय परिवार इस विषम परिस्थिति से उबरने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है। बहरहाल साहिल के असामयिक मृत्यु के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है और माहौल गमगीन है। सभी आने वाले लोग परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं।

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