सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें बर्बाद ।
News24Bihar:
पानापुर(सारण) : नेपाल द्वारा वाल्मीकिनगर बराज से पानी छोड़े जाने में कमी के बाद गंडक नदी के जलस्तर में लगातार हो रही गिरावट के बाद बाढ़पीड़ितों को थोड़ी राहत मिलती दिख रही है। पिछले 24 घंटे के अंदर गंडक के जलस्तर में एक फुट की कमी हुई है जिस कारण आम जनजीवन धीरे धीरे पटरी पर लौटने लगी है। पिछले एक सप्ताह से सारण तटबंध पर विस्थापन की जिंदगी जी रहे बाढ़पीड़ित अब घर वापसी की तैयारी में जुटे हैं। सारण तटबंध के निचले इलाकों में बसे पृथ्वीपुर ,सलेमपुर ,सोनवर्षा ,बसहिया , उभवा ,रामपुररुद्र 161 आदि गांवो के सैकड़ो घरो से पानी निकलना शुरू हो गया है लेकिन तेज गर्मी के कारण महामारी फैलने की आशंका बढ़ गयी है। पिछले एक सप्ताह से गंडक का कहर झेल रहे बाढ़पीड़ितों के समक्ष अब नये सिरे से जिंदगानी को पटरी पर लाने की चुनौती सुरसा की तरह मुंह बाये खड़ी है एक सप्ताह के जलप्रलय से सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें जहां बर्बाद हो गयी है वही मवेशियों के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो गयी है। इस बीच जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता विजय कुमार ने बताया कि नदी के जलस्तर में लगातार कमी हो रही है ।पिछले 24 घंटे के अंदर गंडक के जलस्तर में 30 सेंटीमीटर की कमी हुई है। केंद्रीय जल आयोग की सूचनानुसार शनिवार की सुबह तक गंडक नदी के जलस्तर में 20 से 35 सेंटीमीटर की कमी होने की उम्मीद है। आनेवाले दिनों में जलस्तर में अब कमी होगी एवं स्थिति में सुधार होगा।
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