News24 Bihar:
तरैया, सारण। जिले के इसुआपुर प्रखंड के सिसवां गांव निवासी 60 वर्षीय सुकन महतो की कोरोना से हुई मौत के बाद मुआवजे के लिए उनकी विधवा दर-दर भटक रही है। इस संबंध में पीड़िता ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इसुआपुर एवं स्थानीय अंचल कार्यालय का दर्जनों बार चक्कर लगाने के बाद सारण जिला अधिकारी एवं सिविल सर्जन को आवेदन दिया है। दिए गए आवेदन में उन्होंने लिखा है कि मेरे पति की तबीयत 13 मई 2021 को खराब हुई थी तब मैं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इसुआपुर में लेकर गई। वहां उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताया गया एवं तमाम सावधानियां व दवाइयां लिख कर दिया गया।
लेकिन इलाज के क्रम में ही 22 तारीख को उनकी मौत हो गई। बाद में जब उन्होंने बिहार सरकार द्वारा कोरोना मृतकों के आश्रितों को दी जाने वाली सहायता राशि के लिए आवेदन किया तो अस्पताल से कोरोना पॉजिटिव होने की सर्टिफिकेट लाने को कहा गया। जबकि सर्टिफिकेट के लिए अस्पताल से संपर्क करने पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा कहा गया कि आपके पति की टेस्ट रिपोर्ट हमारे सिस्टम में नेगेटिव दिखा रहा है। इसके बाद महिला ने अस्पताल द्वारा जारी किए गए रजिस्ट्रेशन स्लिप को भी दिखाया जिस पर कोविड-19 RAT पॉजिटिव लिखा हुआ था। लेकिन अस्पताल प्रबंधन इसे मानने को तैयार नहीं हुआ और कहा कि हमारे रिकॉर्ड में जो है हम उसी को मानते हैं। सभी जगह से थक हार कर पीड़ित महिला ने सारण जिला अधिकारी एवं सिविल सर्जन को आवेदन देकर मामले की जांच एवं कार्रवाई करते हुए न्याय करने की गुहार लगाई है।
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