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प्रखंड के शीतलपुर निवासी एक युवा कविता लेखन में अपनी प्रतिभा को दिखा रहा है


 तरैया शीतलपुर का युवा कविता लेखन में दिखा रहा है प्रतिभा 

News24Bihar:

तरैया, सारण ।

प्रखंड के शीतलपुर निवासी एक युवा कविता लेखन में अपनी प्रतिभा को दिखा रहा है । युवक सुर्येश कुमार निर्मल की कविता को प्रशंसा भी मिल रही है ।  सुर्येश निर्मल ने बताया कि उसे ब्यंग पर आधारित कविताएं लिखना  विशेष पसंद है । 

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दफ्तर बनाम दुकान

       

शनि को हाफ,

       रवि को साफ

       सोम,मंगल, बुध 

        बाप रे बाप

       गुरु, शुक्र बस 

        बात ही बात।

यही दफ्तर की शान है,

ये दफ्तर नही दुकान है।

        थोडा़ पैसा सेवा का है,

         बस थोडा़ कागज का है,

          बिना दिये ना होता काम है

            ये दफ्तर नही,

                 दुकान है।

       खुरचन लेना लाचारी है

     ना लेना भी गद्दारी है,

पैसे की मारामारी है

बढ़ ग़ई कितनी बेकारी है,

           इंसां है हम

           पाषाण नहीं

           ये दफ्तर है 

           दुकान नहीं

    लेना रिश्वत कोई पाप नही

    देते रिश्वत संताप यही

        यहा सब मेरे एक आप 

        नहीं

        मुझे डरने की कोई 

         बात नही

               दिल बेच दिये,

                सामान नहीं

                ये दफ्तर है

                 दुकान नही

      कह निर्मल करे 

      बंद ये नाटक

      खोल दे ये अब

      दिल का फाटक

       जन मन का  

   अब ऐलान है

  ये दफ्तर नही 

दुकान  है।

     - सूर्येश प्रसाद निर्मल शीतलपुर तरैया।



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